उत्तराखंड में ठेकों पर शराब के संकट ने तस्करों को दोनों हाथों से धन बटोरने का मौका दे दिया। पीने वालों से मनमाफिक दाम वसूलने के साथ नजरें घुमाने के नाम पर पुलिस और सफेदपोश नजराना वसूल रहे हैं।
कुछ पुलिस कर्मी तो अपने चहेतों को उनके ठिकानों की राह दिखाने में पीछे नहीं हैं। तस्करी में कई नए चेहरे भी आ गए हैं, जो आने वाले दिनों में आबकारी विभाग के लिए सिरदर्द बनेंगे।
एक माह से है संकट
प्रदेश में आबकारी नीति में बदलाव की वजह से करीब एक माह से शराब का संकट है। पिछले कई दिनों से आपूर्ति न होने के कारण ठेके बंद हैं। ऐसे में शराब तस्कर सक्रिय हो गए हैं।
हरियाणा से आ रही शराब
सूत्रों की मानें तो प्रदेश में हरियाणा और चंडीगढ़ की शराब की खपत बढ़ी है। वैसे ही उत्तराखंड और हरियाणा में शराब की कीमत में प्रति बोतल 100 से लेकर 150 तक का फर्क है। तस्करों ने 100 रुपये और कीमत बढ़ा दी है। नए चेहरे भी धन कमाने के लिए इस धंधे में आ गए। सांठगांठ कर बड़े स्तर पर शराब की तस्करी की जा रही है।
खासतौर से सुबह के समय को खास तवज्जो दी जा रही है। विवादों में फंसा आबकारी विभाग पर तस्करों की निगरानी नहीं कर पा रहा है। सूत्रों की मानें तो तस्करों की तरह पुलिस ने अपने दाम बढ़ा दिए हैं।
कुछ पुलिस कर्मी तो अपने चहेतों को उनके ठिकानों की राह दिखाने में पीछे नहीं हैं। तस्करी में कई नए चेहरे भी आ गए हैं, जो आने वाले दिनों में आबकारी विभाग के लिए सिरदर्द बनेंगे।
एक माह से है संकट
प्रदेश में आबकारी नीति में बदलाव की वजह से करीब एक माह से शराब का संकट है। पिछले कई दिनों से आपूर्ति न होने के कारण ठेके बंद हैं। ऐसे में शराब तस्कर सक्रिय हो गए हैं।
हरियाणा से आ रही शराब
सूत्रों की मानें तो प्रदेश में हरियाणा और चंडीगढ़ की शराब की खपत बढ़ी है। वैसे ही उत्तराखंड और हरियाणा में शराब की कीमत में प्रति बोतल 100 से लेकर 150 तक का फर्क है। तस्करों ने 100 रुपये और कीमत बढ़ा दी है। नए चेहरे भी धन कमाने के लिए इस धंधे में आ गए। सांठगांठ कर बड़े स्तर पर शराब की तस्करी की जा रही है।
खासतौर से सुबह के समय को खास तवज्जो दी जा रही है। विवादों में फंसा आबकारी विभाग पर तस्करों की निगरानी नहीं कर पा रहा है। सूत्रों की मानें तो तस्करों की तरह पुलिस ने अपने दाम बढ़ा दिए हैं।
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